आईवीएफ (IVF) पर English में बहुत कुछ लिखा गया है लेकिन अभी भी आसान हिंदी में सही और पूरी जानकारी का अभाव है | इस लेख के माध्यम से, आइए जानें आईवीएफ(IVF Treatment) या टेस्ट ट्यूब बेबी इलाज क्या है (What does IVF meaning in hindi?) , यह इलाज किन लोगों के लिए है, इसके क्या फायदे हैं, यह कैसे किया जाता है , इसमें खर्चा कितना आता है और टेस्ट ट्यूब बेबी का इलाज कहाँ करा सकते हैं ?
आईवीएफ का मतलब (IVF kya hai) होता है इन विट्रो फर्टिलाइजेशन | इसे टेस्ट ट्यूब बेबी ट्रीटमेंट (Test Tube Baby Treatment) भी कहते हैं | इस तकनीक की सहायता से विश्व भर में अब तक 80 लाख से ज़्यादा बच्चे पैदा हुए हैं | इसमें महिला के अंडे और पुरुष के शुक्राणु का मिलन IVF Lab में कराया जाता है | फर्टिलाइजेशन (Fertilisation) से बने हुए भ्रूण को महिला के अंदर ट्रांसफर कर दिया जाता है |
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IVF (टेस्ट ट्यूब बेबी ) इलाज किन लोगों के लिए है –
यह इलाज उन निसंतान दंपतियों के लिए है जहाँ
- महिला की उम्र ज्यादा हो चुकी है
- महिला के अंडे नहीं बन रहे हैं
- महिला की बच्चेदानी में कोई बीमारी है या नलें बंद है
- महिला को एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis) है
- पुरुष के शुक्राणु कम हैं या नहीं हैं
- 2 या उससे ज़्यादा बार IUI का फेल हो चुका है
- या फिर कोई स्पष्ट कारण का ना होना
अगर आप 6 महीने से ज्यादा टाइम से बच्चे के लिए ट्राई कर रहे हैं लेकिन मम्मी पापा नहीं बन पा रहे हैं, तो आप एक अच्छे IVF स्पेशलिस्ट को ज़रूर दिखाएं |
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टेस्ट ट्यूब बेबी इलाज के क्या फ़ायदें हैं-
जिस खुशी का आपको इतने सालों से इंतज़ार था, वो खुशी आपको मिल सकती है और आपकी सूनी गोद मुस्कुरा सकती है | बाकी लोगों की तरह आप भी मम्मी पापा बन सकते हैं | इस इलाज से 50 साल से भी ज़्यादा उम्र की महिलाओं के भी बच्चे हुए हैं | टेस्ट ट्यूब बेबी के सफल होने के की संभावना 40 से 70 प्रतिशत तक होती है | मतलब हर 100 में से 40 से 70 दंपत्ति टेस्ट ट्यूब बेबी के इलाज के बाद मम्मी पापा बन सकते हैं|
टेस्ट ट्यूब बेबी इलाज क्या है – (IVF process step by step in Hindi)
टेस्ट ट्यूब बेबी के इलाज को हम पाँच भागों में बांट सकते हैं:
- शुरुआती टेस्ट (Fertility Tests) – पुरुष और महिला के कुछ टेस्ट किए जाते हैं | महिला की खून की जांच और अल्ट्रासाउंड किया जाता है | पुरुषों शुक्राणुओं की जांच (Semen Analysis) की जाती है | इन टेस्ट का खर्चा करीब 4 हज़ार रु आता है|
- ज़्यादा संख्या में अंडों का बनाना (Ovarian Stimulation) : IVF के सफल होने के लिए ज़्यादा अंडों की ज़रूरत होती है जिससे ज्यादा से ज़्यादा भ्रूण (Embryo) बन सकें | IVF (IVF in Hindi) का इलाज महिला के पीरियड के दूसरे दिन से शुरू किया जाता है | महिला को 10-12 दिनों तक इंजेक्शन दिए जाते हैं | हर 4-5 दिन के बाद अल्ट्रसाउंड से देखा जाताहै कि अंडे ठीक से बन रहे हैं की नहीं | जब अंडे एक निश्चित आकार ले लेते हैं तब एक आख़िरी इंजेक्शन (Trigger Injection) दे दिया जाता है ताकि 34-38 घंटों के बाद महिला के अंडों को शरीर से निकाला जा सके |
- अंडों को निकालना (Ovum Pick Up) – महिला को बेहोश करके एक सुई की मदद से अंडाशय (Ovaries) से अण्डों को बाहर निकाला जाता है | इसे Ovum Pick Up भी कहते हैं | इस प्रक्रिया में करीब 30 मिनिट लगते हैं |2-3 घंटे के बाद अस्पताल से छुट्टी कर दी जाती है | कुछ महिलाओं को इस के बाद कुछ दर्द का अनुभव होना सामान्य है| इसी बीच पुरुष के शुक्राणुओं का सैंपल ले लिया जाता है|
- फर्टिलाइजेशन : इस प्रक्रिया में एक अंडे और एक शुक्राणु का मिलन (फर्टिलाइजेशन) कराया जाता है | कुछ स्थितियों में हर अंडे के अंदर इंजेक्शन से शुक्राणु डाला जाता है | इसे ICSI (intracytoplasmic sperm injection) कहते हैं | ICSI से IVF के सफल होने की संभावना और बढ़ जाती है| ICSI के बाद फर्टिलाइज किए हुए अंडों से भ्रूण (Embryo) बनते हैं| यह भ्रूण आईवीएफ लैब में 3 से 5 दिन तक बढ़ने के लिए रखें जाते हैं| इसी बीच अल्ट्रासाउंड से यह देखा जाता है कि बच्चेदानी की लाइनिंग ठीक से बन रही है कि नहीं | अगर लाइनिंग अच्छी बन रही है तो भ्रूण के ट्रांसफर की तैयारी की जाती है| अगर लाइनिंग अच्छी नहीं बन रही है इन भ्रूण (Embryos) को फ्रीज करने की सलाह दी जाती है |
- भ्रूण ट्रांसफर (Embryo Transfer): जो एक सरल प्रक्रिया है| 5 दिन के बाद सबसे अच्छे एक या दो भ्रूण महिला के गर्भाशय में एक पतली नली की मदद से ट्रांसफर कर दिया जाते हैं| इसके लिए महिला को बेहोश करने की जरूरत नहीं पड़ती है| इसमें केवल 15 मिनट लगते हैं | करीब 2 घंटे के बाद अस्पताल से छुट्टी कर दी जाती है | बाकी बचे हुए भ्रूण को फ्रीज कर दिया जाता है या फिर नष्ट कर दिया जाता है|
भ्रूण के ट्रांसफर के बाद 15 दिन की दवाइयां लेनी होती है और 15 दिन के बाद प्रेगनेंसी का टेस्ट कराया जाता है| अगर टेस्ट पॉजिटिव आता है तो इसका मतलब है कि आईवीएफ का इलाज सफल रहा है|
टेस्ट ट्यूब बेबी का खर्च कितना आता है (IVF का खर्च)
आई वी एफ का इलाज (IVF Cost in Hindi ) में 1 से डेढ़ लाख रुपए तक खर्चा आता है|
IVF( टेस्ट ट्यूब बेबी ) का इलाज कहाँ कराएं –
गुंजन IVF वर्ल्ड (Gunjan IVF World) दिल्ली एनसीआर और मेरठ के सबसे भरोसेमंद टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर में से एक है | यहां टेस्ट ट्यूब बेबी की सफलता का प्रतिशत 50 से 70 परसेंट है | यहाँ आज तक हजारों मरीजों का सफल इलाज किया जा चुका है |
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